केदारनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। चार धाम यात्रा में इसका विशेष महत्व है। यहां के दर्शन से पापों का नाश और जीवन मुक्ति की प्राप्ति होती है।
खंडवा स्थित ओंकारेश्वर मंदिर भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। चार धाम यात्रा के बाद यहां दर्शन करना आवश्यक है, तभी यात्रा का पूर्ण फल मिलता है।
काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र किनारे स्थित सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। महाभारत और श्रीमद्भागवत में इसकी महिमा का उल्लेख है।
गोदावरी नदी के किनारे स्थित त्रयंबकेश्वर मंदिर हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। कहते हैं यहां शिवजी को कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता।
अमरनाथ मंदिर हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां प्राकृतिक बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लाखों श्रद्धालु सावन महीने में यहां आते हैं।
आदि अन्नामलाई मंदिर तिरुवन्नमलई का सबसे पुराना मंदिर है। इसका निर्माण लगभग 2000 साल पुराना माना जाता है। यह मंदिर 1200 सालों से अपने वर्तमान स्वरूप में है।