Puspa Yadav: पुष्पा ने किर्गिस्थान की सेजिम झुमनाजरोया, उजबेकिस्थान की सोबिरोया और कजकिस्थान की गुलदाना विकेश को मात देकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में कामयाबी हाशिल की|
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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की पुष्पा यादव ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में आयोजित अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है| पुष्पा ने 59 किलो भार वर्ग में यह सफलता हाशिल की| अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली पुष्पा गोरखपुर की पहली महिला पहलवान बन गई हैं।
पुष्पा उत्तर प्रदेश पुलिस में गाजियाबाद में तैनात हैं। पुष्पा यादव कभी चाय की दुकान में पिता का हाथ बंटाया करती थी। माड़ापार बाईपास के पास उसके पिता की चाय की दुकान थी| वह दुकान अब भाई चलाते हैं। मां का निधन बचपन में ही हो गया था। तीन भाई और दो से बहनों में चौथे नंबर की पुष्पा के सिर करीब पांच वर्ष पूर्व पिता का भी साया उठ गया लेकिन वे लक्ष्य के प्रति अडिग रहीं। नतीजा आज सामने है।

पिता के निधन के बाद भी नहीं डिगा हौसला
JSW में अभ्यास कर रहीं पुष्पा के पिता का एक महीने पहले निधन हो गया। पिता के निधन का समाचार मिलने के बाद वह घर आई थीं। इस विपरीत परिस्थिति में भी लखनऊ में आयोजित ट्रायल में सफलता हासिल की। पुष्पा ने इस वर्ष सब जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक हासिल किया था।
Puspa Yadav ने तीन दिग्गज पहलवानों को दी पटखनी
पुष्पा यादव ने एशियाई चैंपियनशिप में तीन राउंड में अपने प्रतिद्वंदियों को शिकस्त देकर विजेता बनने का गौरव हासिल किया। पुष्पा ने किर्गिस्तान की सेजिम झूमानजरोया, उज्जेबेकिस्तान की लालोखोंन सोबिरोया और कजाकिस्तान की गुलडाना विकेश को मात देकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। पुष्पा ने एशियाई चैंपियनशिप के लिए नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित चयन ट्रायल में शानदार प्रदर्शन कर 10 जून को क्वालीफाई किया था।
उससे पहले पुष्पा ने जयपुर और पुणे में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर एशियाई चैंपियनशिप के चयन ट्रायल के लिए अपना स्थान सुनिश्चित किया था। अब एशिया चैंपियनशिप में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया है|
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