“जब सबसे ज्यादा जरूरत थी अपनों की, तब ICU में अकेली रह गई एक कार्यकर्ता”
एक कार्यकर्ता की मन की बात
13-12-2025 9:16 PM | Update Bharat
जयपुर
राजनीतिक गलियारों में एक कहावत हमेशा गूंजती रहती है— “उगते सूरज को सब सलाम करते हैं, ढलते ही पीठ दिखाकर चल देते हैं।” आज यह कहावत हकीकत बनकर सामने आई, जब भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व पार्षद जय श्री गर्ग पिछले 10 दिनों से ICU में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं।
सबसे पीड़ादायक सवाल यह है कि जिस जय श्री गर्ग ने पार्टी के हर दायित्व को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया, वही निष्ठावान कार्यकर्ता आज अस्पताल के बिस्तर पर है, लेकिन हालचाल पूछने वाला कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया। क्या यही वह पार्टी है जो मंचों से कहती है— “हमारे लिए कार्यकर्ता सबसे ऊपर है”?
इस दृश्य को देखकर यही लगता है कि कहीं यह सब सिर्फ शब्दों और नारों तक ही सीमित तो नहीं रह गया।
आज प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की जनसुनवाई चल रही है, लेकिन उसी पार्टी की एक जमीनी कार्यकर्ता ICU में भर्ती है—यह विरोधाभास कई सवाल खड़े करता है। क्या जन्मदिनों के बैनर और होर्डिंग्स इंसानियत से बड़े हो गए हैं? क्या सत्ता और पद के पीछे भागते हुए हम अपने मूल कार्यकर्ताओं को धीरे-धीरे खोते जा रहे हैं?
सच तो यह है कि किसी भी नेता की सबसे बड़ी पूंजी उसके अपने लोग और कार्यकर्ता होते हैं। अच्छे वक्त में भीड़ साथ रहती है, लेकिन बुरे समय में तो साया भी साथ छोड़ देता है—आज जय श्री गर्ग इसका जीवंत उदाहरण हैं। ऐसे समय में किसी बड़े नेता का एक फोन कॉल, एक मुलाकात, उस कार्यकर्ता के लिए संजीवनी बूटी बन सकती है।
हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी और पूर्व प्रदेश महामंत्री एवं खंडार विधायक ने फोन पर जय श्री गर्ग से बात कर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। शायद एक सच्चे कार्यकर्ता के लिए इससे बड़ी पूंजी कुछ और नहीं होती।
आज जरूरत आत्ममंथन की है। पार्टी के हर नेता और कार्यकर्ता को यह सोचना होगा कि क्या हम सच में अपने लोगों के साथ खड़े हैं या सिर्फ सत्ता के आसपास मंडरा रहे हैं।
UPDATE BHARAT.COM की पूरी टीम की ओर से भी भगवान से प्रार्थना है कि जय श्री गर्ग जल्द स्वस्थ हों और फिर नई ऊर्जा के साथ संगठन के हित में कार्य करें।





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