भाजपा नेता से जुड़ा खनन पट्टों का हाई-प्रोफाइल फ्रॉड, करोड़ों की ठगी से सनसनी....?

राजधानी में खनन पट्टों के नाम पर करोड़ों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

11-10-2025 1:27 PM | Update Bharat
Main news

जयपुर।

राजधानी में खनन पट्टों के नाम पर करोड़ों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भाजपा नेता से जुड़ा यह केस अब शहर में चर्चा का बड़ा विषय बन गया है।

शिकायतकर्ता सुनील मित्तल ने थाना बजाज नगर में दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि मुख्य अभियुक्त बंगाली बाबू और सोवरन सिंह सिकरवार ने सोची-समझी साजिश के तहत उन्हें खनन विभाग व प्रभावशाली नेताओं से गहरे संबंध होने का झांसा दिया। आरोपियों ने कहा कि गुजरात के बनासकांठा जिले के ग्राम गोध में उनके नाम से और उनके नज़दीकी लोगों के नाम से कुल 11 खनन पट्टे जारी हुए हैं और वे इन्हें सीधे शिकायतकर्ता की कंपनी सनी वेंचर्स (इंडिया) प्रा. लि. के नाम प्रतिस्थापित करवा देंगे।

विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने खनन विभाग द्वारा जारी दस्तावेजों की प्रतियां भी दिखाईं और इस बहाने करोड़ों रुपये वसूल लिए। आरोप है कि 14 दिसंबर 2024 को जयपुर में ही स्टाम्प पेपर पर अनुबंध तैयार किया गया, बाद में 15 फरवरी 2025 को नोटरी पब्लिक के समक्ष नया एग्रीमेंट भी कराया गया। इस पूरी प्रक्रिया में अभियुक्तगण ने योजनाबद्ध तरीके से अनुबंध में अन्य नामजद व्यक्तियों की सहमति का दिखावा किया, जबकि उन्होंने कभी हस्ताक्षर ही नहीं किए।

शिकायत में दर्ज है कि दोनों आरोपियों ने मिलकर करीब 1 करोड़ 92 लाख रुपये हड़प लिए। जबकि खर्च के नाम पर मुश्किल से 18 लाख रुपये ही दिखाए गए। जब शिकायतकर्ता ने स्पष्टीकरण मांगा तो उसे धमकियां दी गईं और आरोपियों ने खुद को बेहद प्रभावशाली बताकर कहा कि "पुलिस वालों को तो जेब में रखते हैं।"

भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें दिखाकर ठगी का खेल

खुलासा यह भी हुआ है कि अभियुक्त सोवरन सिंह सिकरवार खुद को बड़े भाजपा नेताओं के बेहद नज़दीक बताकर लोगों को भ्रमित करता था। वह अक्सर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ खिंचवाई तस्वीरें दिखाकर लोगों को अपनी पकड़ और रसूख का एहसास दिलाता और इसी आधार पर ठगी का खेल खेलता।

बताया जाता है कि सिकरवार की तस्वीरें भाजपा के दिग्गज नेताओं – पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, राजस्थान के पूर्व संगठन मंत्री चंदशेखर, राजस्थान के पूर्व प्रभारी अरुण सिंह, राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत – के साथ मौजूद हैं। इन्हीं तस्वीरों को दिखाकर वह लोगों को विश्वास दिलाता कि उसकी “सेटिंग ऊपर तक” है और उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।

भाजपा लगातार यह कहती आई है कि भ्रष्टाचारियों की पार्टी में कोई जगह नहीं है, लेकिन सिकरवार के इस तरह के कारनामों ने सवाल खड़ा कर दिया है – क्या राजस्थान भाजपा ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी?

जांच जारी

पुलिस ने इस मामले में धारा 318(4), 61(2), 316(2), 336(2), 336(3), 338 BNS सहित गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी एसआई मुकेश चंद को अनुसंधान सौंपा गया है।

यह मामला न केवल बड़े वित्तीय फर्जीवाड़े को उजागर करता है बल्कि इसमें राजनीति, खनन माफिया और भ्रष्टाचार के गठजोड़ पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।


 

 

नोट : यह खबर FIR के आधार पर लिखी गई है। साथ ही शिकायतकर्ता से प्राप्त कुछ जानकारियाँ भी शामिल की गई हैं। फ़ोटो सूत्रों से ली गई हैं और हमारे पास सुरक्षित हैं।

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भाजपा नेता से जुड़ा खनन पट्टों का हाई-प्रोफाइल फ्रॉड, करोड़ों की ठगी से सनसनी....?

राजधानी में खनन पट्टों के नाम पर करोड़ों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

11-10-2025 1:27 PM | Update Bharat
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जयपुर।

राजधानी में खनन पट्टों के नाम पर करोड़ों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भाजपा नेता से जुड़ा यह केस अब शहर में चर्चा का बड़ा विषय बन गया है।

शिकायतकर्ता सुनील मित्तल ने थाना बजाज नगर में दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि मुख्य अभियुक्त बंगाली बाबू और सोवरन सिंह सिकरवार ने सोची-समझी साजिश के तहत उन्हें खनन विभाग व प्रभावशाली नेताओं से गहरे संबंध होने का झांसा दिया। आरोपियों ने कहा कि गुजरात के बनासकांठा जिले के ग्राम गोध में उनके नाम से और उनके नज़दीकी लोगों के नाम से कुल 11 खनन पट्टे जारी हुए हैं और वे इन्हें सीधे शिकायतकर्ता की कंपनी सनी वेंचर्स (इंडिया) प्रा. लि. के नाम प्रतिस्थापित करवा देंगे।

विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने खनन विभाग द्वारा जारी दस्तावेजों की प्रतियां भी दिखाईं और इस बहाने करोड़ों रुपये वसूल लिए। आरोप है कि 14 दिसंबर 2024 को जयपुर में ही स्टाम्प पेपर पर अनुबंध तैयार किया गया, बाद में 15 फरवरी 2025 को नोटरी पब्लिक के समक्ष नया एग्रीमेंट भी कराया गया। इस पूरी प्रक्रिया में अभियुक्तगण ने योजनाबद्ध तरीके से अनुबंध में अन्य नामजद व्यक्तियों की सहमति का दिखावा किया, जबकि उन्होंने कभी हस्ताक्षर ही नहीं किए।

शिकायत में दर्ज है कि दोनों आरोपियों ने मिलकर करीब 1 करोड़ 92 लाख रुपये हड़प लिए। जबकि खर्च के नाम पर मुश्किल से 18 लाख रुपये ही दिखाए गए। जब शिकायतकर्ता ने स्पष्टीकरण मांगा तो उसे धमकियां दी गईं और आरोपियों ने खुद को बेहद प्रभावशाली बताकर कहा कि "पुलिस वालों को तो जेब में रखते हैं।"

भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें दिखाकर ठगी का खेल

खुलासा यह भी हुआ है कि अभियुक्त सोवरन सिंह सिकरवार खुद को बड़े भाजपा नेताओं के बेहद नज़दीक बताकर लोगों को भ्रमित करता था। वह अक्सर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ खिंचवाई तस्वीरें दिखाकर लोगों को अपनी पकड़ और रसूख का एहसास दिलाता और इसी आधार पर ठगी का खेल खेलता।

बताया जाता है कि सिकरवार की तस्वीरें भाजपा के दिग्गज नेताओं – पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, राजस्थान के पूर्व संगठन मंत्री चंदशेखर, राजस्थान के पूर्व प्रभारी अरुण सिंह, राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत – के साथ मौजूद हैं। इन्हीं तस्वीरों को दिखाकर वह लोगों को विश्वास दिलाता कि उसकी “सेटिंग ऊपर तक” है और उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।

भाजपा लगातार यह कहती आई है कि भ्रष्टाचारियों की पार्टी में कोई जगह नहीं है, लेकिन सिकरवार के इस तरह के कारनामों ने सवाल खड़ा कर दिया है – क्या राजस्थान भाजपा ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी?

जांच जारी

पुलिस ने इस मामले में धारा 318(4), 61(2), 316(2), 336(2), 336(3), 338 BNS सहित गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी एसआई मुकेश चंद को अनुसंधान सौंपा गया है।

यह मामला न केवल बड़े वित्तीय फर्जीवाड़े को उजागर करता है बल्कि इसमें राजनीति, खनन माफिया और भ्रष्टाचार के गठजोड़ पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।


 

 

नोट : यह खबर FIR के आधार पर लिखी गई है। साथ ही शिकायतकर्ता से प्राप्त कुछ जानकारियाँ भी शामिल की गई हैं। फ़ोटो सूत्रों से ली गई हैं और हमारे पास सुरक्षित हैं।

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