राजस्थान में पहली बार राज्य स्तरीय ‘घूमर महोत्सव-2025’ का आयोजन — सातों संभागों में एक साथ झूमेगी राजस्थानी संस्कृति ।
राजस्थान का लोकनृत्य
13-11-2025 12:05 PM | Update Bharat
19 नवम्बर को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में होगा भव्य राज्यस्तरीय कार्यक्रम, पारम्परिक परिधानों में थिरकेगा राजस्थान
जयपुर। राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान ‘घूमर’ नृत्य अब पूरे प्रदेश में गूंजने जा रहा है। राज्य में पहली बार ‘घूमर महोत्सव-2025’ का आयोजन बुधवार, 19 नवम्बर 2025 को किया जा रहा है। यह आयोजन जयपुर, उदयपुर, बीकानेर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और जोधपुर सहित सातों संभागीय मुख्यालयों पर एक साथ आयोजित होगा। राजस्थान की लोक संस्कृति, परम्परा और नारी सौंदर्य की झलक पेश करने वाला यह महोत्सव पूरे प्रदेश में उत्सव का माहौल बनाएगा। इस आयोजन के लिए सभी संभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जो स्थानीय स्तर पर समन्वय कर कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करेंगे। राज्यस्तरीय मुख्य आयोजन जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम के फुटबॉल ग्राउंड में दोपहर 3 बजे से शाम 6:30 बजे तक भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर गणगौर घूमर डांस अकादमी की कार्यकारी निदेशक श्रीमति ज्योति तोमर के निर्देशन में लाइव म्यूजिक पर पारंपरिक घूमर नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। अकादमी के सदस्य और जयपुर से चयनित कलाकार मंच पर संस्कृति की रंगत बिखेरेंगे।
इस आयोजन में 12 वर्ष से अधिक आयु की बालिकाएं तथा हर आयु वर्ग की महिलाएं भाग ले सकती हैं। स्कूल-कॉलेज की छात्राएं, गृहिणियां, प्रोफेशनल डांसर और कामकाजी महिलाएं इस फेस्टिवल में भाग लेकर राजस्थान की समृद्ध कला व संस्कृति को नया आयाम देंगी। आयोजन समिति ने युवाओं से भी अपील की है कि वे पारम्परिक परिधान पहनकर इस उत्सव में भाग लें और दूसरों को प्रेरित करें।
सातों संभागीय शहरों में निःशुल्क वर्कशॉप आयोजित की जा रही हैं। जयपुर में जवाहर कला केन्द्र में 11 से 16 नवम्बर तक छह दिवसीय वर्कशॉप जारी है। इस महोत्सव के लिए विशेष साउंड ट्रैक तैयार करवाया गया है, जिस पर सातों संभागों में एक साथ घूमर नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। फेस्टिवल में बेस्ट ग्रुप डांस, बेस्ट कॉस्ट्यूम, बेस्ट ज्वैलरी, बेस्ट सिंक्रोनाइजेशन और बेस्ट कोरियोग्राफी जैसी कई श्रेणियों में प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
घूमर महोत्सव-2025 की तैयारी और समन्वय को लेकर राजस्थान पर्यटन भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में बुधवार को जनप्रतिनिधियों और स्टेकहोल्डर्स की बैठक आयोजित की गई, जिसमें आयोजन की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा हुई। राजस्थान की धरती एक बार फिर पारम्परिक ताल और घाघरे की घूम में झूम उठेगी — जब पूरा प्रदेश एक साथ बोलेगा, “घूमर री झंकार, राजस्थान अपार!”



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